अब बात जो है वो ये है की जब आप ठंडा पानी पीते हो ना तो गड़बड़ क्या होती है की पेट पानी को गर्म करता है। अब पेट पानी को गर्म करेगा तो कैसे करेगा? क्या चीज़ है जो गर्म है पेट में है रक्त माने पूरे शरीर में जो रक्त है वही गर्म है और है क्या? तो सारे शरीर का रख पाएगा पानी को गर्म करने?
क्योंकि पेट क्या करेगा? पेट को एनर्जी चाहिए, पानी गर्म करने के लिए वो एनर्जी कहाँ से आएगी? वो रक्त से आएगी तो रक्त आएगा। पूरे पांच गर्म करने और शरीर के हर अंग का खून अगर पेट में आ जाए पानी को गर्म करने के लिए तो खून की कमी तो किसी भी अंग को पड़ जाएगी। और कोई भी अंगों को खून की कमी एक डेढ़ मिनट हो जाए। कभी कभी 3 मिनट से ज्यादा हो l
गर्मियों में ठंडा पानी पिने के नुकसान
ठंडा पानी मत पीओ आप। तो कैसा पानी पिएं? कहा गया है कि जब सर्दियां आएं तो गुनगुना पानी पियो। जब गर्मियों हो तो मिट्टी के घड़े का पानी पियो और बारिश में पानी को उबाल कर पियो। फ्रिज का पानी, बर्फ़ का पानी गलती से भी नहीं पीना। और एक बात मुझे आपसे कहनी है कि जब बहुत ठंडा पानी पीते हैं ना तो सबसे बड़ी समस्या होती है कि अपने पेट में एक बड़ी आंत होती है। एक तो छोटी आंख, एक बड़ी आंतक।
ये बढ़िया होती है ना ऐसी होती है खुले हुए पाइप की तरह से। और जब बहुत ठंडा पानी पीते हैं ना तो ये संकुचित हो जाती है। ये बंद होती है क्यों होती है? क्योंकि बड़ी आंत का सारा खून पेट में आता है पानी गर्म करने के लिए? अब खून निकल गया। इसमें से तो ये संकुचित हो जाएगी।अब आपने ठंडा पानी दिया तो ये बड़ी याद संकुचित हुई। दिन में 10 बार पिया तो 10 बार हुई और सालों साल से पी रहे हैं तो ये परमानेंट संकुचित हो जाएगी।
ये बंदी हो जाएगी और ये बड़ी हाथ अगर संकुचित हो गई तो फिर मल नहीं निकलेगा, पेट साफ़ नहीं होगा और जब पेट साफ़ नहीं होगा तो कब्जियत होगी। कब्जियत एक खतरनाक बिमारी है जो 100 से ज्यादा दूसरी बीमारियों को शरीर में बुला लेती है। इसलिए, ठंडा पानी मत बीन मैंने देखा है जो लोग बहुत ठंडा पानी पीते हैं ना रेफ्रीजिरेटर का पानी बर्फ़ डाल डाल के पीते। ऐसे बहुत लोग हैं दुनिया में, भारत में भी हैं, यूरोप में तो बहुत हैं। आप अमेरिका, यूरोप में जाओगे तो वहाँ तो लोग पानी को फ्रिज में रखते हैं, पांच 6 दिन ठंडा होता है फिर उसमें बर्फ़ डालते हैं, फिर पीते हैं।
पानी कब और कैसे पिएँ ?
भारत में भी ऐसे लोग हैं। अब उनकी सबकी बड़ी हद हो जाती है और ये लोग जिनकी बड़ी हाथ संकुचित होती है। ये सबेरे टॉयलेट रूम में 1122 घंटे बैठे रहते हैं। बहुत दिन बाद मेरे समझ में आया कि कुछ लोगों की लाइब्रेरी टॉयलेट रूम में क्यों है? अमेरिका यूरोप में तो आप किसी भी घर में घुसेंगे तो टॉयलेट में लाइब्रेरी जरूर मिलेंगे। आप पक्का।
बड़ी बड़ी किताबें नॉवेल पढ़ते हैं। टॉयलेट में बैठकर किताबें मोटी मोटी पढ़ते हैं मैगजीए क्योंकि पेट साफ़ नहीं होता टाइम पास करना। इसलिए मेरा निवेदन है ठंडा पानी नहीं पीना। कभी मत पीना। गलती से भी कितनी गर्मी पड़े, कितना भी पसीना निकले, ठंडा पानी को तो हाथ भी मत लगा।
तो वादक तीनों ठीक रहेगा और ये चार छोटे नियम हैं एक तो खाने के 1 घंटे बाद पानी पीना, दूसरा पानी घुट घुट के पीना तीसरा सुबह उठते ही पानी पीना चौथा कभी भी ठंडा पानी ना पीना ये चार नियम जो पालन करे बात वित्तीय देखो कितना आसान है सवस्थ और वादपित का सवस्थ है माने संतुलित है तो आप आएगी ही। अब मैं आपको एक आखरी बात की। आप मनुष्य को छोड़ सभी पशु पक्षियों को देखो वो ये चारों नियम का पालन।
किसी भी पशु को पक्षी को आप देखो वो खाना खाते समय कभी भी पानी नहीं। गाय को देखो, बैल को देखो, भैस को देखो गधे को, घोड़े को, हाथी को, ऊंट को, बकरी को, भेड़ को, किसी को देखो, वो खाना खाएंगे, सब पेट भर भर के और पानी हमेशा 3 घंटे बाद ही पिएंगे। पक्षी है सुबह सुबह दाना चुगेंगे और पानी हमेशा दोपहर को पियेंगे।
कई बार आप हों तो परीक्षण करना हमारे घर की छत पर बहुत बार पक्षी आते हैं ना दाना चुगने, तो आप उनको दाना डालना और साथ में पानी रखते हैं। वो पानी की तरफ देखते भी नहीं। पहले दाना चुगते हैं, भरपूर दाना चुगते हैं। और खूब अच्छे से खाके फिर पानी पीएंगे, 2 घंटे बाद घूम के टहल के आएँगे। फिर सारे पशु सारे पक्षी आयुर्वेद के इस नियम का उपयोग करते हैं क्योंकि ये ईश्वरीय नियम है। क्योंकि पशु पक्षी को तो कौन सीखाता है। वो तो ईश्वर ने उनको दे दिया गया तो माने ये ईश्वर का ज्ञान है।
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